सिक्किम के ऑफबीट स्थल :सिक्किम भारत एक खूबसूरत राज्य जहाँ कई अच्छे और सुंदर ट्रैवल डेस्टिनेशन मौजूद है। सिक्किम के दूर दराज इलाको में काफी अच्छे और प्राकृतिक नज़ारों से भरपूर पर्यटन स्थल मौजूद है। कई ऐसे स्थान भी है जिसे आज तक बहुत कम लोग ही जानते है। आज हम ऐसे ही एक शांत और खूबसूरत गाँव के बारे में जानेंगे जो भारत – तिब्बत बॉर्डर पर स्थित है। ये गाँव है जुलुक अब तक सिक्किम के काफी कम चर्चित गाँव में से एक ।
जुलुक भारत को तिब्बत से जोड़ता सिक्किम का गाँव
गंगटोक से 94 किलोमीटर पूर्व में 9400 फिट की ऊँचाई पर मौजूद है सिक्किम का यह शांत और सुंदरगाँव जुलुक जो सटा हुआ है भारत – तिब्बत बॉर्डर पर। बॉर्डर इलाके में होने की वजह से जुलुक सिक्किम के बड़े शहरों से सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुडा हुआ है। गाँव काफी अच्छा और शांत है। यहाँ के घरों की और की तो बात ही अलग है। गाँव के लोग काफी अच्छे एवं नेक है।
प्राकृतिक सुंदरता सुकून का दूसरा नाम यानी जुलुक
जुलुक प्राकृतिक सुंदरता से भरा हुआ सिक्किम का एक ऑफबिट ट्रैवल डेस्टिनेशन है। यहाँ के ऊँचे और खूबसूरत बर्फ के पहाड़, हरिभरी घाटियाँ, निरंतर बहते झरने और गाँव का शांत माहौल किसी के भी मन को शांति और सुकून देता है। जुलुक अबतक पर्यटकों की नज़रों से बचा हुआ है। जिसकी वजह से यहाँ लोगो की भीड़ काफी कम है।

अगर आप कम भीड़ भाड़ वाले इलाको में सुकून और शांती के लिए जा रहे है , तो आपको जुलुक को जरूर विजिट करना चाहिए। यहाँ का माहौल आपको जरूर पसंद आयेगा।
जुलुक कैसे पहुँचे
जुलुक सिक्किम के ऑफबीट गाँव में से एक है। यहाँ पहुँचने के लिए आप हावाई, रेल या सड़क किसी भी मार्ग का उपयोग कर सकते है। लेकिन सबसे अच्छा सड़क मार्ग ही माना जाता है।
• जुलुक से निकटतम हवाई अड्डा पैकयांग एयरपोर्ट जो जुलुक से 85 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद है।
यह भी पढ़े – Instagram Reels के लिए उत्तर भारत की 5 Hidden जगहें
• रेलवे मार्ग की बात करे तो सबसे नज़दीकी रेलवे स्टेशन यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन है, जो जुलुक से 140 किलोमीटर दूर है। जहाँ से आप टैक्सी या बस लेकर आ पहुँच सकते है।
• जुलुक गाँव में पहुँचने के लिए सबसे अच्छा और खूबसूरत और रोमांचक मार्ग है, सड़क मार्ग जुलुक पहुँचने के लिए BRO द्वारा काफी अच्छी सड़के बनाई गयी है, जो जुलुक को सिक्किम के बड़े शहरों से जोड़ती है।
• रास्ता बेहद सुंदर और रोमांचक है, खासकर थंबी व्यू पॉइंट और 32 हेयरपिन मोड़ों वाली रोड से होते हुए।
जुलुक घूमने का सबसे अच्छा समय
• गर्मियों मे यहाँ का तापमान 15° से 20 ° तक होता है, जो घूमने के लिए काफी अच्छा होता है। साथ ही मौसम भी पूरी तरह से साफ होता है।
• सर्दियों मे यहाँ का तापमान – 5° से 8° तक होता है। सर्दियों मे जुलुक का मौसम काफी ठंडा हो जाता है। लेकिन अगर आपको बर्फबारी देखनी है तो आप सर्दियों मे जरूर आ सकते है।

• जब जुलुक में बर्फ गिरती है, तो वह नज़ारा काफी सुंदर और सुकून देने वाला होता है।
• बारिश के मौसम मे यहाँ आना एक अच्छा विकल्प नही है , क्यों की मानसून के समय में यहाँ बारिश की वजह से काफी फिसलन और कीचड़ मिल सकती है , और आप अच्छे से घूम नही सकते।
ऐतिहासिक सिल्क रूट का प्रारंभिक बिंदु
जुलुक को चीन द्वारा बनाये गए पुराने सिल्क रूट का भारत का पहला और अहम स्थान माना जाता है। जुलुक में सभी व्यापारी जो सिल्क को दूसरे देशों मे बेचने के लिए ले जाते है, वह सभी व्यापारी पहाड़ों के उबड़ खाबड़ रास्तो से थक कर सिक्किम के गाँव जुलुक में अपना पड़ाव डालते है, जहाँ सभी व्यापारी भोजन और आराम करते थे।

जुलुक मे आज भी पुराने सिल्क रूट के अवशेष मौजूद है। जैसे की सिल्क रूट प्रवेश का बड़ा गेट आदि काफी सारी चीज़े मौजूद है, जो सिल्क रूट के समय में जुलुक की अहमियत बताता है।
जुलुक का जिगजैग् रोड
जुलुक की जिगजैग् रोड जो पर्यटकों को सबसे ज्यादा अपने और आकर्षित करती है। पहाड़ों के उपर बनी रोड मानो कोई बड़ा साँप बैठा हो ऐसा लगत है। जिगजैग् रोड का रास्ता बेहद सुंदर और रोमांचक है, खासकर थंबी व्यू पॉइंट और 32 हेयरपिन मोड़ों वाली रोड से होते गुजरता है।

जिगजैग् रोड बनाने का मुख्य कारण है। यहाँ का हाई ऐल्टीत्युट आप जीतना उपर जाते है, ऐल्टीत्युट उतना ही बढ़ जाता है जिस वजह से यह रोड बनाया गया है। कई लोग तो जुलुक के जिगजैग् रोड को आज भी चीन के वह सिल्क रोड ही मानते है।
यह भी पढ़े – हिमाचल या कश्मीर :कहाँ घुमने जाए – इन बातों का जरूर ध्यान रखे
कंचनजंघा व्यू पॉइंट
जुलुक की खूबसूरत जगहों मैं से एक है। कंचनजंघा व्यू पॉइंट जहाँ के कंचनजंघा चोटी का बेहद ही खूबसूरत और साफ नाज़रा दिखता है। बर्फ की मोटी चादर से ढका पुरा पहाड़ और पूरे कंचनजंघा पहाड़ के उपर बैठे बादल एक मन को सुकून और शांति देने वाला नजारा है। आप लोकल गाइड लेकर कंचनजंघा व्यू पॉइंट को विजिट कर सकते है।
जुलुक मे स्टे कहाँ करे
पुराने समय में तो जुलुक मे स्टे करने की कोई खास सुविधा मौजूद नही थी लेकिन बीते कुछ वर्षो में यहाँ पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यहाँ कुछ बड़े और अच्छी सुविधा देने वाले होटल बने है, जहाँ आप स्टे कर सकते है। इसके अलावा अगर आपको बजट में स्टे करना है तो आप लोकल होमस्टे की तरफ जा सकते है। जहाँ आप गाँव के लोगो के साथ रहकर उनकी संस्कृति और उनके जीवन जिने की तरीको के बारे मै जान सकते है, साथ ही आप जुलुक गाँव का लोकल फूड भी खा सकते है। तो जुलुक में लोकल होमस्टे एक अच्छा विकल्प है।
यह भी पढ़े – वगामोन हिल स्टेशन: मुनार से कुछ दूरी पर मौजूद है ये खूबसूरत और रोमांचक हिल स्टेशन
जुलुक आने से पहले इन बातों का ध्यान रखे
• जुलुक काफी ठंडा गाँव है, तो अपने साथ गर्म कपड़े और जैकेट जरूर ले जाए।
• जुलुक काफी रिमोट जगह है, यहाँ बिजली आती जाती रहती है तो अपने साथ पावरबैंक और टॉर्च जैसे उपकरण अपने साथ जरूर ले जाए।
• अगर आप लोकल होमस्टे मे रहना नही चाहते , तो आप होटल बुकिंग ऑनलाइन अवश्य करवा ले।
• जुलुक गाँव सिक्किम की एक ऑफबीट जगह है, यहाँ नेटवर्क और इंटरनेट की दिक्कतो का सामना करना पड़ सकता है, तो गूगल मैप को ऑफलाइन डाउनलोड कर के रखे।
• जुलुक काफी रिमोट जगह है, यहाँ बिजली आती जाती रहती है तो अपने साथ पावरबैंक और टॉर्च जैसे उपकरण अपने साथ जरूर ले जाए।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल ( FAQ’S )
प्र. 1 क्या जुलुक में होटल्स और होमस्टे की सुविधा है ?
उत्तर : अब जुलुक में कुछ अच्छे होटल्स और लोकल होमस्टे ऑप्शन्स उपलब्ध हैं। बजट ट्रैवलर्स के लिए होमस्टे एक अच्छा विकल्प है जहाँ आप गाँव की संस्कृति को करीब से देख सकते हैं।
प्र. 2 जुलुक यात्रा के लिए सबसे अच्छा मौसम कौन सा है ?
उत्तर : जुलुक घूमने का सबसे अच्छा समय मार्च से जून और सितंबर से नवंबर तक का होता है। इन महीनों में मौसम साफ, सुहावना और यात्रा के लिए अनुकूल होता है।
प्र. 3 क्या जुलुक में मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट की सुविधा है ?
उत्तर : जुलुक एक रिमोट क्षेत्र है इसलिए नेटवर्क कनेक्टिविटी सीमित हो सकती है। कुछ जगहों पर BSNL या Jio का सिग्नल मिल सकता है, लेकिन इंटरनेट स्पीड बहुत धीमी हो सकती है।