Solo travel destination guide: जहाँ घूमना है सबसे सुरक्षित
क्या आप भी सोलो ट्रैवल करने के शौकीन है। लेकिन मन मे कही न कही डर है, क्या सोलो ट्रैवल करना सही रहेगा ? अगर हाँ, तो सोलो ट्रैवल करने कहा जाए? आज आपके लिए लेकर आए है भारत में सोलो ट्रैवल करने की सबसे सुरक्षित जगहें जिस से आप अपने सोलो ट्रैवल करने के सपने को पुरा कर सकते है। और अपनी जिंदगी मे कभी ना भुलाने वाली यादों के जोड़ सकते है।
भारत में सोलो ट्रैवल करने की सुरक्षित जगहें
हर इंसान को घूमना पसंद होता है, किसी को विदेश मे घूमना पसंद होता है तो किसी को पहाड़ों मे जाना पसंद होता है, कोई समंदर मे मौज करने का शौकीन होता है, तो कोई बर्फ से खेलने का, किसी को सोलो ट्रैवल करना पसंद होता है। लेकिन उनके मन मे डर होता है, क्या सोलो ट्रैवल करना सुरक्षित होगा? आखिर सोलो ट्रैवल करने कहा जाए? भारत मे सोलो ट्रैवल की सुरक्षित जगहे कौनसी है। आज हम आपके लिए लेकर आए है, भारत में सोलो ट्रैवल करने की सबसे सुरक्षित जगहे। जहाँ ट्रैवल करने से किसी भी प्रकार की हानि होने की संभावना ना के बराबर है। और साथ ही कम बजट में भी आप इनमें से किसी भी जगह को सोलो ट्रैवल करने के लिए चुन सकते हो।
ऋषिकेश

ऋषिकेश जिसे ‘योग की राजधानी ‘ कहा जाता है। यहाँ आने वाले हर यात्री को कुछ ना कुछ नया और और खास मिलता है। ऋषिकेश सोलो ट्रैवल करने के लिए पूरे भारत मे सबसे ज्यादा सुरक्षित है। ऋषिकेश में आप घूमते घूमते थक जाओगे लेकिन घूमने की जगहे खतम नही होगी। यहाँ त्रिवेणी घाट गंगा मैया की आरती के लिए सबसे अच्छा है। शत्रुघंन घाट शांत वातावरण की इच्छा रखने वाले लोगो के लिए सबसे अच्छा स्थान है। साथ ही आप फ्री मै राम झुला लक्ष्मन झुला पर चलने का आनंद भी ले सकते है।
ऋषिकेश में रिवर राफ्टिंग देश विदेश के लोगो के आकर्षण का मुख्य कारण है। हर साल भारत के अलावा भी पूरी दुनिया के टूरिस्ट ऋषिकेश में रिवर राफ्टिंग करने आते है। यहाँ आप अपने बजट में रिवर राफ्टिंग का आनंद ले सकते है। अगर आप भी ऋषिकेश आना चाहते हो, तो रिवर राफ्टिंग जरूर करे।
सोलो ट्रैवल का सही समय : युं तो आप ऋषिकेश में साल के 365 दिनों मे कभी भी आकर घूम सकते है। लेकिन मार्च से जून और सितंबर से नवंबर ऋषिकेश घूमने के सबसे अच्छे महीने हैं। मानसून के समय में भीड़ कम होती है लेकिन एडवेंचर स्पोर्ट्स बंद हो सकते हैं।
कैसे पहुँचे : ऋषिकेश आने के लिए सड़क मार्ग, हवाई मार्ग और रेल मार्ग तीनो ही उपलब्ध है।
निकटतम रेलवे स्टेशन : हरिद्वार जो ऋषिकेश से 25 किलोमीटर दूर है।
निकटतम हवाई अड्डा : जॉली ग्रांट, देहरादून जो 20 किलोमीटर दूर है।
इसके अलावा आप सीधा हाईवे से अपनी गाड़ी, टैक्सी या बस से भी आसानी से पहुँच सकते है।
धर्मशाला

चारो तरफ ऊँचे – ऊँचे हिमालय के पहाड़ों से घिरा एक बेहद खूबसूरत और तिब्बती संस्कृति से सजा नगर धर्मशाला सोलो ट्रैवल करने के लिये सबसे सुरक्षित जगह में से एक है। जहाँ की खुबसुरती और शांति को देख कर आपका मन प्रफुल्लित हो जायेगा। हिमालय के ऊँचे पहाड़ों पर गिरी हुई बर्फ पर धूप गिरने से ऐसे लगती है, जैसे पहाड़ों ने अपने मस्तिष्क पर मुकुट पहना हो।
साथ ही धर्मशाला के लोग भी काफी ज्यादा सहज और अच्छे है। लोगो के साथ बड़े अच्छे से घुल जाते है। जिस से आपके सोलो ट्रैवल करने मे आसानी हो सकती है। और आप हिमाचल मे सोलो ट्रैवल का आनंद ले सकते है।
सोलो ट्रैवल का सही समय : मार्च से जून: गर्मियों की छुट्टियों के लिए बढ़िया समय है धर्मशाला घूमने का अलावा आप दिसंबर से जनवरी: बर्फबारी का आनंद ले सकते है। धर्मशाला का अपना कोई रेलवे स्टेशन नहीं है, लेकिन निकटतम स्टेशन है। पठानकोट रेलवे स्टेशन धर्मशाला से लगभग 85 किमी दूर है। कांगड़ा घाटी एयरपोर्ट धर्मशाला से 13-15 किमी दूर है यहाँ दिल्ली और चंडीगढ़ से रोज़ फ्लाइट्स उपलब्ध हैं।
कहाँ घूमें : डल लेक,मैकलोडगंज,नामग्याल मोनास्ट्री,भागसू नाग मंदिर ,और झरनात्रिउंड ट्रेककांगड़ा किला
कैसे पहुँचे : धर्मशाला तक सड़क मार्ग से पहुँचना सबसे सुविधाजनक और सुंदर विकल्प है। आप खुद की कार, टैक्सी या वोल्वो बस से आसानी से पहुँच सकते हैं।
जयपुर

जयपुर नाम पड़ते ही पूरे दिमाग मै गुलाबी रंग छा जाता है। जो हमारे सोलो ट्रैवल के लिए एक अच्छा और सुरक्षित स्थान मान जाता है। जयपुर को ‘गुलाबी शहर’ के नाम से भी जाना जाता है जो राजस्थान की राजधानी है। जयपुर एक अति प्राचीन शहर है जिसकी जलक आज भी वहां की बाजारों मे, गलियों मे, पुराने किल्लो मे दिखाई देती है।
जयपुर अपने इतिहास और आधुनिकता को आज भी साथ लेकर चलने वाला शहर है। हर साल लाखों टूरिस्ट ना केवल भारत से बल्कि पूरे विश्व में से जयपुर घूमने आते है। और अपने साथ ढेर सारी अच्छी यादें ले जाते है। जयपुर को बाजारों का शहर भी कहा जाता है। अगर आप भी शॉपिंग करने के शौकीन है, तो एक बार जयपुर की बाज़ारों मे जरूर आये। साथ ही इंस्टाग्राम और व्लॉग बनाने वालों के लिए भी काफी अच्छा शहर है।
जयपुर कैसे पहुँचे : रेलवे: जयपुर जंक्शन भारत के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा है।
हवाई मार्ग: जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट – दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद आदि से सीधी फ्लाइट्स उपलब्ध हैं।
सड़क मार्ग: दिल्ली से लगभग 270 किमी – शानदार हाईवे और बस/कैब सुविधा मौजूद
जयपुर में कहा घूमें : आमेर किला, हवा महल, सिटी पैलेस, जल महल, जन्तर मंतर, नाहरगढ़ और जयगढ़ किले
गोवा

पूरी दुनिया मे गोवा अति लोकप्रिय पर्यटन स्थान है। साथ ही सोलो ट्रैवल करने के लिए बेहद सुरक्षित भी माना जाता है। गोवा के बीच इतने सुंदर और शांत है की यहाँ आने के बाद आपकी सारी चिंता चुटकियों में गायब हो जायेगी। गोवा के बीच पर बैठे- बैठे नारियल पानी पीते हुए समंदर को देखने का मजा ही अलग है। हर साल लाखों पर्यटक गोवा के सुंदर बीच पर घूमने आते है। और अपने साथ अच्छी यादें ले जाते है। इनमें से बहुत से लोग सोलो ट्रैवल का मजा लेने भी आते है।
गोवा कैसे पहुँचे: रेल मार्ग : रेल मार्ग से आप मड़गाव या वाक्सो डी गामा रेल्वे स्टेशन से जा सकते है।
सड़क मार्ग : गोवा पहुँचने के लिए आप अपनी गाड़ी या टैक्सी से जा सकते है जिसके लिए मुंबई और पुणे से शानदार रोड़ कनेक्टिविटी है।
हवाई मार्ग : गोवा इंटरनेशनल एयरपोर्ट भारत के सभी बड़े शहरों से फ्लाइट
गोवा में कहा घूमें : बागा बीच, कैलेंगुटे बीच, फोर्ट अगुड़ा, अंजुना मार्केट, पलोलम बीच, कोलवा बीच, दुधसागर जलप्रपात, सांता मोनिका चर्च
उज्जैन

हमारा अगला सोलो ट्रैवल का सबसे सुरक्षित स्थान है उज्जैन।मध्यप्रदेश के मालवा क्षेत्र में स्थित उज्जैन भारत के सबसे प्राचीन और पवित्र नगरों में से एक है। जिसे धार्मिक नगरी और बाबा महाकाल की नगरी के नाम से भी जाना जाता है। चारो ओर शांत और भक्तिमय वातावरण जो आपको अपनी ओर आकर्षत करता है। उज्जैन का क्राइम रेट काफी कम है, इस लिए सोलो ट्रैवल के लिए सबसे अच्छी और सुरक्षित माना जाता है।
उज्जैन कैसे पहुँचे : उज्जैन जंक्शन जो लगभग देश के सभी प्रमुख नगरों से जुडा हुआ है।
सड़क मार्ग : आप अपनी गाड़ी लेकर भी आ सकते है। इसक अलावा सभी बड़े नगरों से बस या टैक्सी की सुविधा उपलब्ध है।
हवाई मार्ग : सबसे नज़दीकी इंदौर ऐरपोर्र है, जो उज्जैन से मात्र 55 किमी दूर है।
उज्जैन में कहाँ घूमें : महाकालेश्वर मँदिर, काल भैरव मंदिर, हरसिद्धि माता मंदिर, संदीपनि आश्रम, राम घाट
निष्कर्ष
भारत में सोलो ट्रैवल करना अब किसी सपने जैसा नहीं रहा। यदि सही योजना और सही स्थान का चुनाव किया जाए, तो यह अनुभव आपके जीवन की सबसे बेहतरीन यादों में से एक बन सकता है। ऋषिकेश की आध्यात्मिकता, धर्मशाला की शांति, जयपुर की शाही संस्कृति, गोवा का मस्ती भरा समंदर और उज्जैन की भक्ति—हर जगह का अपना एक अनोखा आकर्षण है।
इन स्थानों की सबसे बड़ी खासियत ये है कि ये न केवल सुरक्षित हैं, बल्कि यहाँ आपको लोकल लोगों का सहयोग, शानदार वातावरण और किफायती सुविधाएं भी मिलती हैं। तो अब डर को छोड़िए और अपने सोलो ट्रैवल की शुरुआत कीजिए। क्योंकि ज़िंदगी एक बार मिलती है, और घूमना उसका सबसे खूबसूरत हिस्सा है!
मेरा नाम kalpesh Baraiya है, इस ब्लॉग पर मै बजट ट्रैवल, सोलो ट्रैवल ट्रैवल से जुड़ी हर छोटी बड़ी update और यात्रा करने के अच्छे स्थानों के माहिती प्रस्तुत करता हु। और लोगों तक सही और सटीक माहिती पहुँचना मेरा काम है जिसे से लोग एक अच्छा ट्रैवल प्लान बना सके
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